An Unbiased View of rahu ko prasann karne ke upay



सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

यासोबतच वाहन दुर्घटना, पोटात समस्या, डोकेदुखी, खाद्य पदार्थात केस येणे, अपयश, संबंध खराब होणे, मनावर ताबा नसणे हे देखील कुंडलीत राहूची स्थिती खराब असल्याचे संकेत आहेत. 

- कुंडली में राहु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए जौ, सरसों, सात प्रकार के अनाज, नीले व भूरे रंग के वस्त्र और कांच की वस्तुओं का दान करना चाहिए. यह उपाय बुधवार के दिन करना चाहिए.

इस प्रकार उपरोक्त मंत्रो का जाप करने से राहु को खुश किया जा सकता है। कमजोर राहु मजबूत हो जाता है व अपने शुभ फल‌ देने लगता है। 

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

सिंहिकागर्भसंभूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम्।।

कुंडली में मज़बूत शुक्र से मिलने वाला फल 

कोई भी ऐसा काम करने से बचे जो आपके जीवन में तनाव या चिंता पैदा करता हो।

*चन्द्रमा से संबंधित चीजें जैसे चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने घर की नींव में दबाएं।

किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

शनिवार को राहु केतु शनि तीनों ग्रहों की पूजा की जाती है। अतः यदि आप राहु का उपाय करना चाहते हैं तो शनिवार को ही करें। शनिवार को वायव्य कोण में राहु का निवास होता है।

चंदन का गुण होता है, शरीर को ठंडक, मन को शांति और दिमाग को स्थिरता पहुंचाना। अगर कुंडली में राहु-केतु खराब दशा में है, तो जाहिर है कि आपके मन में नकारात्मक विचार आते होंगे। ऐसे में चंदन की माला धारण करें, चंदन get more info की धूपबत्ती का प्रयोग करें या फिर चंदन का इत्र लगाएं। सबसे अच्‍छा होगा कि आप नाभि में चंदन का इत्र लगाएं। इससे नकारात्मकता आपसे कोसो दूर रहेगी।

राहु ग्रह की शांति करवाने के लिए जातक को सिद्ध किया हुआ छिन्नमस्ता देवी का यंत्र लेकर नियमित रूप से हर रोज पूजा करना चाहिए !

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